ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को निर्जला एकादशी कहते है इस व्रत मे पानी का पीना वर्जित है इसिलिये इस निर्जला एकादशी कहते है। इस दिन निर्जल व्रत करते हुए शेषशायी रूप मे भगवान विष्णु की अराधना का विशेष महत्व है। शास्त्रों में इस व्रत का काफी महत्व बताया गया है। ऐसा माना जाता है कि इस एक व्रत को करने से आपको सभी एकादशी व्रत का पुण्य प्राप्त होता है।
निर्जला एकादशी पूजा 2023 के तारीख व कैलेंडर:
त्यौहार के नाम | दिन | त्यौहार के तारीख |
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निर्जला एकादशी पूजा | बुधवार | 31 मई 2023 |
निर्जला एकादशी पूजा समय :
एकादशी तिथि शुरू : 13:10 - 30 मई 2023
एकादशी तिथि ख़त्म : 13:40 - 31 मई 2023
यह व्रत भगवान विष्णु को सबसे प्रिय है। ऐसी मान्यता है कि इस व्रत को करने से आपको सभी प्रकार के सांसारिक पापों से मुक्ति मिल जाती है। सांसारिक पापों से मुक्ति मिल जाती है।