![bhairav dev aarti in hindi](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgK2Uee7yBSW-pWqPKy1IywH8Al6p88xNjsy5IIRbJ7-9ydkA2NMudcXw-aH_QnGbVBIdOUtD7sX7S2NgrX1-xTsaHWjyUSiqml21NJ4B1j9sr4qWhkHTfw1SeETMdm_-Gurmmw7Qx5SzgO/s1600/bhairav-dev-aarti.jpg)
श्री भैरव देव की आरती
ॐ जय भैरव देवा, प्रभु जय भैरव देवा।जय काली और गौरा देवी कृत सेवा।।
ॐ जय भैरव देवा।।
तुम्हीं पाप उद्धारक दुख सिंधु तारक।
भक्तों के सुख कारक भीषण वपु धारक।।
ॐ जय भैरव देवा।।
वाहन शवन विराजत कर त्रिशूल धारी।
महिमा अमिट तुम्हारी जय जय भयकारी।।
ॐ जय भैरव देवा।।
तुम बिन देवा सेवा सफल नहीं होंवे।
चौमुख दीपक दर्शन दुख सगरे खोंवे।।
ॐ जय भैरव देवा।।
तेल चटकि दधि मिश्रित भाषावलि तेरी।
कृपा करिए भैरव करिए नहीं देरी।।
ॐ जय भैरव देवा।।
पांव घुंघरू बाजत अरु डमरू डमकावत।।
बटुकनाथ बन बालक जन मन हर्षावत।।
ॐ जय भैरव देवा।।
बटुकनाथ जी की आरती जो कोई नर गावें।
कहें धरणीधर नर मनवांछित फल पावें।।
ॐ जय भैरव देवा।।