![jankinath aarti in hindi](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgFKN3cFOvXOHIVVElyz4Otrhyphenhyphen4hv39RlCfISouzetqdqBKwiMO88uGQqPK5EaUYDzC0UM8PTSAMnuTLOcgbZLconjGtg1c-NfHjE7Drd8z3mEO72QW1bNZ9DleaG0wM9H7FDoBEPeY92jE/s1600/jankinath-aarti.jpg)
जानकीनाथ की आरती
ॐ जय जानकिनाथा,हो प्रभु जय श्री रघुनाथा।
दोउ कर जोड़े विनवौं,
प्रभु मेरी सुनो बाता॥
ॐ जय...॥
तुम रघुनाथ हमारे,
प्राण पिता माता।
तुम हो सजन संघाती,
भक्ति मुक्ति दाता ॥
ॐ जय...॥
चौरासी प्रभु फन्द छुड़ावो,
मेटो यम त्रासा।
निश दिन प्रभु मोहि राखो,
अपने संग साथा॥
ॐ जय...॥
सीताराम लक्ष्मण भरत शत्रुहन,
संग चारौं भैया।
जगमग ज्योति विराजत,
शोभा अति लहिया॥
ॐ जय...॥
हनुमत नाद बजावत,
नेवर ठुमकाता।
कंचन थाल आरती,
करत कौशल्या माता॥
ॐ जय...॥
किरिट मुकुट कर धनुष विराजत,
शोभा अति भारी।
मनीराम दरशन कर, तुलसिदास दरशन कर,
पल पल बलिहारी॥
ॐ जय...॥
जय जानकिनाथा,
हो प्रभु जय श्री रघुनाथा।
हो प्रभु जय सीता माता,
हो प्रभु जय लक्ष्मण भ्राता॥
ॐ जय...॥
हो प्रभु जय चारौं भ्राता,
हो प्रभु जय हनुमत दासा।
दोउ कर जोड़े विनवौं,
प्रभु मेरी सुनो बाता॥
ॐ जय...॥