ऋषि पंचमी का त्यौहार हिन्दू पंचांग के भाद्रपद महीने में शुक्ल पक्ष पंचमी को मनाया जाता है। यह त्यौहार गणेश चतुर्थी के अगले दिन होता है। इस त्यौहार में सप्त ऋषियों के प्रति श्रद्धा भाव व्यक्त किया जाता है। यह व्रत चारों वर्ण की महिलाओं को करना चाहिए। यह व्रत जाने -अनजाने में हुए पापों को नष्ट करने वाला है। इस दिन गंगा स्नान का भी महत्व है। लगतार सात वर्ष तक ऋषि पंचमी के दिन व्रत रख कर आठवें वर्ष में सात सोने की मूर्तियां (श्रद्धानुसार ) बनवाकर एवम उनका पूजन कर सात गोदान तथा सात युग्मक-ब्राह्मण को भोजन करा कर सप्त ऋषियों की प्रतिमाओं का विसर्जन करना चाहिए।
ऋषि पंचमी पूजा 2025 के तारीख व कैलेंडर:
त्यौहार के नाम | दिन | त्यौहार के तारीख |
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ऋषि पंचमी पूजा | गुरुवार | 28 अगस्त 2025 |
ऋषि पंचमी पूजा समय :
पंचमी तिथि शुरू : 15:45 - 27 अगस्त 2025
पंचमी तिथि ख़त्म : 17:55 - 28 अगस्त 2025
हिन्दूक धर्म को मानने वालों में ऋषि पंचमी का विशेष महत्वत है। दोषों से मुक्तू होने के लिए इस व्रत को किया जाता है। मान्यवता है कि अगर कोई महिला महावारी के दौरान नियम तोड़ दे तो वह ऋषि पंचमी के दिन सप्ता ऋषि की पूजा कर अपनी भूल सुधारने के बाद दोष मुक्तत हो सकती है।