यमुना जयंती वासंतिक नवरात्र की छठ (चैत्र शुक्ल पक्ष षष्ठी) को श्रद्धालु भक्तों द्वारा मनाई जाती है। भारतीय सनातन संस्कृति के अनुसार नदियों को दैवीय रूप में पूजा जाता है। यमुना नदी का उद्गम स्थान हिमालय के हिमाच्छादित श्रंग बंदरपुच्छ में स्थित कालिंद पर्वत है, जिसके नाम पर यमुना को कालिंदजा अथवा कालिंदी कहा जाता है। यमुना देवी के रूप में पूजित हैं।
यमुना जयंती पूजा 2021 के तारीख व कैलेंडर:
त्यौहार के नाम | दिन | त्यौहार के तारीख |
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यमुना जयंती पूजा | रविवार | 18 अप्रैल 2021 |
यमुना जयंती पूजा समय :
षष्ठी तिथि शुरू : 20:30 - 17 अप्रैल 2021
षष्ठी तिथि ख़त्म : 22:35 - 18 अप्रैल 2021
श्रद्धालु भक्तों द्वारा यमुनाजी का जन्मोत्सव यमुना जयंती के रूप में मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन यमुना में दीपदान करने वाले की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। यमुना जयंती को यमुना छठ के रूप में भी जाना जाता है। श्रद्धालुओं द्वारा यमुना नदी के जन्मोत्सव को यमुना जयंती के रूप में मनाया जाता है। इस त्योहार का उत्साह मथुरा और वृंदावन में खास तौर से देखा जाता है। तो आइए हम आपको यमुना जयंती के बारे में कुछ रोचक जानकारियां देते हैं।